
उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के लिए 2025 की शुरुआत एक नई उम्मीद लेकर आई है। वर्षों से मानदेय में इजाफे की आस लगाए बैठे इन शिक्षा कर्मियों के लिए अब एक अच्छी खबर सामने आई है। यूपी सरकार ने उनके मानदेय में ऐतिहासिक बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जो जल्द ही हकीकत बन सकता है।
इस कदम से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि समाज में उनका मान-सम्मान भी पहले से कहीं ज्यादा बढ़ेगा। आइए जानते हैं इस फैसले की पूरी जानकारी – किसे कितना लाभ मिलेगा, कब से लागू होगी नई सैलरी और इससे जुड़ी तमाम अहम बातें।
क्या है नया वेतन प्रस्ताव?
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के लिए जो वेतन वृद्धि प्रस्तावित की है, वो अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है।
🔹 शिक्षामित्र – पहले ₹10,000 प्रति माह मिलते थे, अब नया प्रस्ताव ₹17,000 से ₹25,000 तक पहुंच सकता है।
🔹 अनुदेशक – पहले ₹9,000 मिलते थे, अब ₹22,000 तक मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव है।
यह प्रस्ताव कैबिनेट के सामने रखा गया है और अनुमोदन मिलते ही इसे जनवरी या अप्रैल 2025 से लागू किया जा सकता है।

कौन हैं ये शिक्षामित्र और अनुदेशक?
शिक्षामित्र प्राथमिक विद्यालयों में सहायक शिक्षक के रूप में बच्चों की बुनियादी शिक्षा को मजबूत करते हैं। वहीं अनुदेशक उच्च प्राथमिक स्तर पर विषय विशेषज्ञ की भूमिका निभाते हैं। शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले ये दोनों वर्ग सालों से वेतन वृद्धि की मांग कर रहे थे, जिसे अब आखिरकार सुना गया है।
वेतन बढ़ोतरी से क्या बदलेगा?
✅ आर्थिक मजबूती: बढ़ा हुआ वेतन इन कर्मचारियों को महंगाई से निपटने की ताकत देगा।
✅ बेहतर जीवनस्तर: अब वे अपने परिवार के लिए बेहतर सुविधाएं जुटा सकेंगे।
✅ प्रेरणा में इजाफा: वेतन के साथ-साथ काम के प्रति जोश भी बढ़ेगा।
✅ सामाजिक सम्मान: शिक्षक वर्ग का रुतबा और मान समाज में और ऊँचा होगा।
✅ भविष्य की सुरक्षा: हर तीन साल में वेतन वृद्धि की व्यवस्था से भविष्य और अधिक सुरक्षित होगा।
कब से लागू होगी नई सैलरी?
सरकार का प्रस्ताव मार्च 2025 में तैयार हो चुका है। अब सिर्फ कैबिनेट की मुहर बाकी है। मंजूरी मिलते ही यह योजना जनवरी या अप्रैल 2025 से लागू हो जाएगी। इसके बाद शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को सीधे बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा।
कितने लोगों को मिलेगा लाभ?
इस योजना का सीधा फायदा 1.5 लाख शिक्षामित्रों और 22,223 अनुदेशकों को मिलेगा। इसके अलावा यह बढ़ोतरी राज्य के अन्य संविदा कर्मचारियों के लिए भी एक मिसाल बन सकती है।
हर 3 साल में वेतन में इजाफा भी तय
सरकार ने सिर्फ एक बार की वेतन बढ़ोतरी नहीं की है, बल्कि यह तय किया है कि हर तीन साल में वेतन वृद्धि दी जाएगी। यानी अब शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को नियमित इन्क्रीमेंट मिलेगा, जिससे उनका भविष्य ज्यादा स्थिर और सुरक्षित हो जाएगा।
शिक्षा क्षेत्र को मिलेगा नया जीवन
इस कदम से न सिर्फ शिक्षक वर्ग को राहत मिलेगी, बल्कि इसका सीधा असर शिक्षा की गुणवत्ता पर भी पड़ेगा। जब शिक्षक खुश होंगे, आर्थिक रूप से संतुलित होंगे, तभी वे बच्चों को भी बेहतर शिक्षा दे पाएंगे।
अन्य राज्यों में क्या मिल रही है सैलरी?
| राज्य | शिक्षामित्र/अनुदेशक वेतन (₹) |
| चंडीगढ़ | ₹34,000 |
| राजस्थान | ₹51,600 |
| झारखंड | ₹20,000 – ₹28,000 |
| उत्तराखंड | ₹20,000 |
| बिहार | ₹26,000 – ₹29,000 |
| उत्तर प्रदेश (प्रस्तावित) | ₹17,000 – ₹25,000 |
उत्तर प्रदेश अब उन राज्यों की सूची में शामिल हो सकता है जहाँ संविदा शिक्षा कर्मियों को बेहतर वेतन सुविधाएं मिलती हैं।
भविष्य में और क्या बदलाव संभव?
🟢 स्थानांतरण की सुविधा: सरकार इस दिशा में भी विचार कर रही है कि शिक्षामित्रों को स्थानांतरण की सुविधा दी जाए।
🟢 ट्रेनिंग प्रोग्राम्स: समय-समय पर स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
🟢 सामाजिक सुरक्षा: नई सुविधाओं के साथ भविष्य की योजनाएं बनाना आसान होगा।
निष्कर्ष: उम्मीदों की नई किरण
UP Shikshamitra Salary Hike 2025 न सिर्फ एक वेतन वृद्धि है, बल्कि यह शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के आत्मसम्मान और भविष्य को मजबूत करने की दिशा में एक ठोस कदम है। यह उन लाखों शिक्षकों के संघर्ष की जीत है, जो वर्षों से अपनी मेहनत और समर्पण से शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देते आ रहे हैं।
🔔 ज़रूरी सूचना:
यह जानकारी विभिन्न सरकारी प्रस्तावों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। जब तक सरकार की तरफ से आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं होता, तब तक इसे अंतिम नहीं माना जा सकता। कृपया नवीनतम अपडेट के लिए संबंधित विभाग या पोर्टल पर संपर्क करें।
